गैर-टैरिफ धोखाधड़ी पर कड़ी कार्रवाई
वाशिंगटन डीसी: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में एक नया फरमान जारी किया है, जिसमें उन्होंने गैर-टैरिफ धोखाधड़ी पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है। ट्रंप ने 8 पॉइंट्स की एक लिस्ट जारी की है, जिसमें मुद्रा अवमूल्यन, ट्रांसशिपिंग और कम कीमत पर सामान की डंपिंग जैसे मुद्दे शामिल हैं।
ट्रंप ने कहा कि अगर किसी देश ने गैर-टैरिफ धोखाधड़ी लागू की, तो इससे अमेरिका के साथ उस देश के संबंध खराब हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि कुछ देश जानबूझकर मुद्रा अवमूल्यन करते हैं, जिससे अमेरिकी उत्पाद उनके बाजार में महंगा हो जाए और उनके निर्यात अमेरिका में प्रतिस्पर्धी बने रहें।
ट्रंप ने जापान के ‘बॉलिंग बॉल टेस्ट’ का उदाहरण देते हुए कहा कि जापान अमेरिकी कारों को अपने बाजार में बिकने से रोकने के लिए इस प्रक्रिया का उपयोग करता है। इस प्रक्रिया में अमेरिकी कारों पर 20 फीट ऊपर से बॉलिंग बॉल गिराया जाता है, और अगर कार के हुड पर डेंट पड़ता है, तो उस कार को जापानी बाजार में नहीं बेचा जा सकता है।
ट्रंप ने कहा कि वह ऐसे देशों पर कड़ी कार्रवाई करेंगे जो गैर-टैरिफ धोखाधड़ी का उपयोग करके अमेरिकी उत्पादों को अपने बाजार में पहुंचने से रोकते हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका के साथ व्यापार करने वाले सभी देशों को अपने बाजार को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाना होगा।
ट्रंप ने चीन को छोड़कर सभी देशों पर लगाए गए टैरिफ को 90 दिनों के लिए टाल दिया है। उन्होंने कहा कि 75 से अधिक देश अमेरिका के साथ बातचीत कर रहे हैं, और यही वजह है कि उन्होंने 90 दिन के लिए टैरिफ पर रोक लगा दी है। इस दौरान सभी देशों पर सिर्फ 10 प्रतिशत पारस्परिक टैरिफ लागू होगा।
गैर-टैरिफ धोखाधड़ी*: ट्रंप ने 8 पॉइंट्स की एक लिस्ट जारी की है, जिसमें मुद्रा अवमूल्यन, ट्रांसशिपिंग और कम कीमत पर सामान की डंपिंग जैसे मुद्दे शामिल हैं।
टैरिफ पर रोक*: ट्रंप ने चीन को छोड़कर सभी देशों पर लगाए गए टैरिफ को 90 दिनों के लिए टाल दिया है।
अमेरिका के साथ संबंध*: ट्रंप ने कहा कि अगर किसी देश ने गैर-टैरिफ धोखाधड़ी लागू की, तो इससे अमेरिका के साथ उस देश के संबंध खराब हो सकते हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का यह नया फरमान दुनिया भर के देशों के लिए एक बड़ा संदेश है। ट्रंप ने स्पष्ट कर दिया है कि वह अपने देश के हितों की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। अब देखना यह है कि दुनिया भर के देश ट्रंप के इस फैसले पर कैसे प्रतिक्रिया देते हैं।