उन्होंने कहा कि ब्रिक्स देशों ने डॉलर के खिलाफ नई मुद्रा बनाने की कोशिश की थी, लेकिन उनकी टैरिफ की धमकी के बाद ब्रिक्स देश टूट गए।
ट्रंप ने कहा कि अगर किसी भी ब्रिक्स देश ने डॉलर के खिलाफ कदम उठाया तो उस पर 150 फीसदी टैरिफ लगाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि हमें आपका सामान नहीं चाहिए। इसके बाद ब्रिक्स देश टूट गए। ट्रंप ने यह भी कहा कि 150 प्रतिशत टैरिफ की धमकी के बाद हमने ब्रिक्स के बारे में नहीं सुना है।
ब्रिक्स संगठन में भारत और रूस समेत कुल 10 देश शामिल हैं। इसकी स्थापना साल 2006 में हुई थी और इसका मुख्यालय चीन में है। ब्रिक्स देशों के बीच आर्थिक सहयोग और व्यापार को बढ़ावा देने के लिए बनाया गया था।
ट्रंप के इस दावे के बाद ब्रिक्स देशों की प्रतिक्रिया का इंतजार है। यह देखना दिलचस्प होगा कि ब्रिक्स देश इस मामले में क्या कहते हैं। क्या वे ट्रंप के दावे को स्वीकार करेंगे या इसका खंडन करेंगे?
इस बीच, आर्थिक विशेषज्ञों का कहना है कि ट्रंप की टैरिफ की धमकी का ब्रिक्स देशों पर बड़ा प्रभाव पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि अगर अमेरिका ब्रिक्स देशों पर टैरिफ लगाता है तो इससे उनकी अर्थव्यवस्था पर बड़ा प्रभाव पड़ सकता है।
इस मामले में भारत की प्रतिक्रिया भी महत्वपूर्ण होगी। भारत ब्रिक्स संगठन का एक महत्वपूर्ण सदस्य है और इसकी अर्थव्यवस्था पर भी ट्रंप की टैरिफ की धमकी का प्रभाव पड़ सकता है।