अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर और पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिफ मुनीर से फोन पर बात की।
इस बातचीत के दौरान, रुबियो ने तनाव कम करने और सीधे संवाद को बढ़ावा देने पर जोर दिया।
रुबियो ने दोनों पक्षों से तनाव कम करने और गलतफहमी से बचने के लिए सीधे संवाद को फिर से स्थापित करने की अपील की। उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों को मौजूदा स्थिति को कम करने के तरीके खोजने चाहिए और गलत अनुमान से बचने के लिए सीधे संवाद को फिर से स्थापित करना चाहिए।
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता टैमी ब्रुस ने कहा कि रुबियो ने विवादों से बचने के लिए उत्पादक चर्चाओं में अमेरिकी समर्थन की पेशकश की। रुबियो ने जयशंकर और मुनीर से तनाव कम करने पर चर्चा की और भविष्य के संघर्षों से बचने के लिए रचनात्मक वार्ता शुरू करने में अमेरिकी सहायता की पेशकश की।
रुबियो ने कहा कि सीधे संवाद से दोनों पक्षों के बीच गलतफहमी को दूर किया जा सकता है और तनाव को कम किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अमेरिका भारत-पाकिस्तान के बीच सीधे संवाद का समर्थन करता है और दोनों पक्षों को इस दिशा में काम करने के लिए प्रोत्साहित करता है।
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव एक पुरानी समस्या है, और दोनों देशों के बीच कई बार बातचीत हुई है, लेकिन अभी तक कोई स्थायी समाधान नहीं निकला है। अमेरिका ने हमेशा से ही भारत-पाकिस्तान के बीच शांति और स्थिरता की वकालत की है, और रुबियो की पहल इसी दिशा में एक कदम है।
अब देखना यह है कि भारत और पाकिस्तान रुबियो की पहल का क्या जवाब देते हैं और दोनों देशों के बीच तनाव कम करने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं। अमेरिका की भूमिका दोनों देशों के बीच शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण हो सकती है, और उम्मीद है कि दोनों पक्ष इस दिशा में सकारात्मक कदम उठाएंगे।