जम्मू-कश्मीर में बढ़ रही आतंकवाद की घटनाएं- विमानों और होटलों में बम की अफवाहों से उत्पन्न चुनौतियाँ देश की आर्थिक संप्रभुता के लिए चुनौतियाँ
आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में नए और प्रभावी तरीके विकसित करना ।राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने के लिए आवश्यक कदम और रणनीतियाँ
देशों के बीच सहयोग और समन्वय को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक कदम, आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में रणनीतियों और तरीकों को विकसित करना
देश से सामने आतंकवाद की मौजूदा चुनौतियों और उससे निपटने के उपायों पर आतंकरोधी एजेंसियों के प्रमुख दो दिन तक मंथन करेंगे। गुरूवार से शुरू हो रहे दो दिन के आतंकवाद निरोधी सम्मेलन में जम्मू-कश्मीर में बढ़ रही आतंकवाद की घटनाओं से लेकर देश की आर्थिक संप्रभुता के लिए चुनौती बन रहे विमानों व होटलों में बम की अफवाहों से निपटने के उपायों पर चर्चा होगी।
केंद्रीय गृह व सहकारिता मंत्री अमित शाह एनआइए द्वारा आयोजित इस दो दिवसीय सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। गृह मंत्रालय के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार सम्मेलन में राष्ट्रीय सुरक्षा को प्रभावित करने वाले सभी मुद्दों पर चर्चा होगी।
जम्मू-कश्मीर में बढ़ रही आतंकवाद की घटनाएं_
विमानों और होटलों में बम की अफवाहों से उत्पन्न चुनौतियाँ
देश की आर्थिक संप्रभुता के लिए चुनौतियाँ_
राष्ट्रीय सुरक्षा को प्रभावित करने वाले अन्य मुद्दे_
पिछले 10 सालों में आतंकी घटनाओं में काफी कमी आई है और पूर्वोत्तर भारत में अलगाववादी घटनाएं भी न्यूनतम स्तर पर पहुंच गयी हैं। अमित शाह ने मार्च 2026 तक नक्सलवाद को पूरी तरह से खत्म करने का ऐलान किया है। इसके बावजूद राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए नई चुनौतियां भी सामने आ रही हैं। ऐसे में इस सम्मेलन को अहम माना जा रहा है