ईडी ने पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के निजी सचिव ओमप्रकाश गुप्ता के ठिकानों पर छापामारी की।
ईडी की यह कार्रवाई केवल झारखंड तक सीमित नहीं रही। देशभर में कुल 21 स्थानों पर छापामारी की गई, जिसमें झारखंड के 17 स्थान, पश्चिम बंगाल के दो स्थान, दिल्ली में एक स्थान और उत्तर प्रदेश में एक स्थान शामिल हैं। इस कार्रवाई में ईडी ने थर्ड पार्टी असेसमेंट (टीपीए) एजेंसियों और अन्य संदिग्धों के ठिकानों को भी निशाना बनाया।
यह कार्रवाई भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट के आधार पर शुरू हुई, जिसमें योजना में मृत व्यक्तियों के इलाज जैसे गंभीर अनियमितताओं का खुलासा हुआ था। सीएजी की रिपोर्ट में बताया गया था कि आयुष्मान भारत योजना में झारखंड में बड़े पैमाने पर घोटाला हुआ है।
इस रिपोर्ट के अनुसार, झारखंड में आयुष्मान भारत योजना के तहत 1.56 लाख से अधिक लाभार्थियों के इलाज के लिए 100 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान किया गया था। लेकिन जब इसकी जांच की गई तो पाया गया कि इनमें से अधिकांश लाभार्थी मृत थे या उनके नाम गलत थे।
इस घोटाले के संबंध में ईडी ने पिछले साल अक्टूबर में मामला दर्ज किया था। इसके बाद से ईडी ने इस मामले में कई लोगों से पूछताछ की है और कई स्थानों पर छापामारी की है।