ब्रिटेन, फ्रांस और कनाडा की आलोचना पर दिया जवाब
नई दिल्ली: गाजा में इजरायली फौज की सैन्य कार्रवाई को लेकर ब्रिटेन, फ्रांस और कनाडा की आलोचना पर इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने जवाब दिया है। उन्होंने इन देशों पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे 7 अक्टूबर 2023 को हुए हमास के जनसंहार को इनाम दे रहे हैं और इजरायल को उसके आत्मरक्षा के अधिकार से वंचित करना चाहते हैं।
इजरायली प्रधानमंत्री ने कहा, “यह बर्बरता पर सभ्यता का युद्ध है। इजरायल तब तक न्यायपूर्ण तरीकों से अपना बचाव करना जारी रखेगा, जब तक कि पूर्ण विजय प्राप्त नहीं हो जाती।”
उन्होंने संघर्ष की शुरुआत को याद करते हुए कहा, “युद्ध 7 अक्टूबर को शुरू हुआ जब फलस्तीनी आतंकवादियों ने हमारी सीमाओं पर हमला किया, 1,200 निर्दोष लोगों की हत्या की और 250 से अधिक निर्दोष लोगों को गाजा की काल कोठरी में अपहरण कर लिया।”
नेतन्याहू ने युद्ध समाप्त करने की शर्तें बताते हुए कहा, “इजरायल राष्ट्रपति ट्रंप के नजरिए को स्वीकार करता है और कहा सभी यूरोपीय नेताओं से ऐसा ही करने का आग्रह करता है। अगर बाकि बंधकों को रिहा कर दिया जाए, हमास अपने हथियार डाल दे,
उसके हत्यारे नेताओं को निर्वासित कर दिया जाए तो युद्ध कल ही समाप्त हो सकता है। किसी भी देश से इससे कम कुछ भी स्वीकार करने की उम्मीद नहीं की जा सकती है और इजरायल निश्चित रूप से ऐसा नहीं करेगा।”
बयान में इजराइल से गाजा में अपनी नई सैन्य कार्रवाइयों को रोकने तथा तत्काल मानवीय सहायता पहुंचाने की भी अपील की गई है। अब देखना यह है कि इजरायल की सैन्य कार्रवाई पर क्या प्रभाव पड़ता है और क्या युद्ध समाप्त करने के लिए कोई समाधान निकलता है।