अमेरिका ने बढ़ाई सैन्य तैनाती
यरुशलम, 3 मई: इजरायल ने शुक्रवार को दो हजार किलोमीटर से ज्यादा दूरी से ईरान समर्थित हूती समूह द्वारा दागी गई दो मिसाइलों को नष्ट कर दिया।
ये मिसाइलें तेल अवीव शहर और रेमेट डेविड वायुसेना अड्डे को निशाना बनाकर दागी गई थीं। इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सेनाओं को हूती की सैन्य क्षमताओं को पूरी तरह नष्ट करने का आदेश दिया है।
अमेरिका ने अपने दूसरे विमानवाहक युद्धपोत यूएसएस हैरी एस ट्रूमैन को यमन के निकट अदन की खाड़ी में तैनात करने का फैसला किया है, क्योंकि पहला विमानवाहक युद्धपोत यूएसएस कार्ल विंसन स्ट्राइक ग्रुप हूती को काबू करने में सफल नहीं हुआ है। हूती समूह ने अमेरिकी विमानवाहक युद्धपोत पर अत्याधुनिक ड्रोन से हमले किए थे, जिन्हें अमेरिकी सेना ने नष्ट कर दिया था।
गाजा पट्टी में इजरायली हवाई हमलों में 32 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और कई अन्य घायल हुए हैं। गाजा शहर के केंद्र में अब्देल-अल जंक्शन के पास एक धर्मार्थ धर्मशाला को निशाना बनाकर किए गए इजरायली हमले में छह लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए। शहर के उत्तर में शेख रादवान पड़ोस में एक घर को निशाना बनाकर की गई इजरायली गोलाबारी में दो लोग मारे गए।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश के बाद हूती समूह पर कार्रवाई तेज होगी। दो दिन में दूसरे विमानवाहक युद्धपोत के पश्चिम एशिया में पहुंचने के बाद अमेरिका का अभियान तेज होगा। ईरान समर्थित हूती समूह ने यमन पर कब्जा कर लिया है और इजरायल के खिलाफ मिसाइल हमले कर रहा है।
इजरायल और हूती समूह के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। इजरायल ने हूती समूह की मिसाइलों को नष्ट कर दिया है, लेकिन हूती समूह ने इजरायल के खिलाफ मिसाइल हमले जारी रखने की धमकी दी है। अमेरिका की सैन्य तैनाती बढ़ाने से इजरायल और हूती समूह के बीच तनाव और बढ़ सकता है।
अमेरिका ने अपने विमानवाहक युद्धपोतों को यमन के निकट अदन की खाड़ी में तैनात करके हूती समूह पर दबाव बनाने की कोशिश की है। अमेरिका का उद्देश्य हूती समूह को इजरायल के खिलाफ मिसाइल हमले करने से रोकना है। लेकिन हूती समूह ने अमेरिकी विमानवाहक युद्धपोत पर हमले करने की धमकी दी है, जिससे अमेरिका और हूती समूह के बीच तनाव बढ़ सकता है।