62 वर्षीय गणपति काकटकर को कागजों में मृत घोषित किया गया, जबकि वह जीवित हैं।
कर्नाटक के बेलगावी जिले में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जहां 62 वर्षीय गणपति काकटकर को कागजों में मृत घोषित कर दिया गया है, जबकि वह जीवित हैं। इस गलती के कारण उनका आधार कार्ड, बैंक खाते और विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं ले पा रहे हैं।
गणपति काकटकर ने बेलगावी के डिप्टी कमिश्नर मोहम्मद रोशन के कार्यालय में बिना परमिशन के घुसकर उनसे अनुरोध किया कि वह उनको जीवित साबित करने में मदद करें। उन्होंने अपने मृत्यु प्रमाण पत्र के साथ यह अनुरोध किया था।
इस मामले में एक डेटा एंट्री ऑपरेटर द्वारा की गई गलती को सुधारने की मांग की गई है। गणपति काकटकर ने कई कार्यालयों के चक्कर लगाए, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हुई। अब उन्हें उम्मीद है कि डिप्टी कमिश्नर उनकी समस्या का समाधान करेंगे।
गणपति काकटकर ने बताया कि उन्हें अपने मृत्यु प्रमाण पत्र के बारे में तब पता चला जब उन्होंने अपने बैंक खाते को अपडेट करने की कोशिश की। बैंक अधिकारियों ने उन्हें बताया कि उनका खाता बंद कर दिया गया है क्योंकि उनकी मृत्यु हो चुकी है।
गणपति काकटकर ने कहा कि उन्होंने कई बार अधिकारियों से संपर्क किया, लेकिन कोई भी उनकी समस्या का समाधान नहीं कर पाया। अब उन्हें उम्मीद है कि डिप्टी कमिश्नर उनकी समस्या का समाधान करेंगे।