संभल हिंसा पर विपक्ष ने किया सदन से वॉकआउट
कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी ने भाजपा सरकार पर सदन नहीं चलाने का आरोप लगाया है। चौधरी ने कहा, “हम सदन चलाने के लिए अपनी तरफ से हरसंभव प्रयास करते हैं क्योंकि जनता हमसे उम्मीद करती है कि हम यहां उनकी आवाज मजबूती से उठाएंगे।”
संसद के शीतकालीन सत्र में विपक्ष का जमकर हंगामा देखने को मिला। विपक्ष लगाकार अडानी और कई अन्य मुद्दों पर चर्चा करने की मांग कर रहा है। लेकिन इस बीच विपक्ष खेमे में दरारें एक बार फिर खुलकर सामने आ गई हैं।
उत्तर प्रदेश के संभल में हाल ही में हुई हिंसा को लेकर मंगलवार को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी सहित लगभग पूरे विपक्ष ने सदन से संक्षिप्त वाकआउट किया। समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने इस मुद्दे को उठाते हुए अध्यक्ष ओम बिरला से संभल हिंसा पर बोलने की अनुमति मांगी।
राज्यसभा में समाजवादी पार्टी के सांसद राम गोपाल यादव ने सदन में संभल हिंसा को लेकर अपना पक्ष रखा। इस दौरान यादव ने कहा कि 24 दिसंबर को सुबह 6 बजे पूरे संभल में पुलिस तैनात कर दी गई। संभल के लोगों को पता ही नहीं था कि पुलिस क्यों तैनात की जा रही है।
उन्होंने आगे कहा, कुछ देर बाद डीएम, एसएसपी, वकील और कुछ लोग पुलिस के साथ ढोल बजाते हुए मस्जिद में घुस गए। भीड़ को शक था कि वे मस्जिद में तोड़फोड़ करने जा रहे हैं।
एसडीएम ने पानी की टंकी खोली और जब पानी बाहर निकलने लगा तो लोगों को शक हुआ कि उसमें कुछ गड़बड़ है और फिर वहां अशांति फैल गई। पुलिस ने गोलियां चलाईं, 5 लोग मारे गए, 20 लोग घायल हुए, सैकड़ों लोगों पर केस दर्ज किए गए और कई लोग जेल में हैं, जो पकड़े गए उन्हें बुरी तरह पीटा गया।