गाजियाबाद में परिवहन निगम द्वारा 350 रोडवेज बसों का रूट बदलने से लगभग 50 हजार यात्रियों पर किराए का बोझ पड़ेगा।
बदले हुए रूटों से शहर के यात्रियों को बस सेवा नहीं मिल पाएगी। कौशांबी डिपो से बरेली, गढ़मुक्तेश्वर आदि के रूट बदल दिए गए हैं, जिससे दूरी बढ़ने पर किराए में वृद्धि होगी।
यात्रियों को 50 से 100 रुपये तक अधिक किराया देना पड़ सकता है। परिवहन निगम ने 350 रोडवेज बसों के डायवर्जन के लिए अंतिम रूट मैप तैयार कर लिया है। रूट में बदलाव होने से रोजाना करीब 50 हजार यात्रियों पर अतिरिक्त किराए का भार पड़ेगा।
कौशांबी डिपो से गढ़मुक्तेश्वर, संभल, रामपुर, मुरादाबाद, बरेली, धामपुर व कालागढ़ के लिए संचालित बसों का रूट बदलेगा। शहर में बाहरी वाहनों पर रोक लगने पर गाजियाबाद डिपो से बुलंदशहर, खुर्जा, अलीगढ़ व मेरठ के लिए संचालित बसों का रूट बदलेगा।
इन शहरों के लिए संचालित बसों के रूट बदलने से किलोमीटर भी बढ़ जाएगा। साधारण बस की एक किलोमीटर दूरी बढ़ने पर 1.30 रुपये के हिसाब किराए में वृद्धि कर दी जाएगी। इसी तरह एसी बसों का किराया भी प्रति किलोमीटर के हिसाब से बढ़ेगा।
अकेले कौशांबी डिपो से बरेली मार्ग पर पांच रीजन की करीब 100 बसों से रोजाना 20 हजार यात्री सफर करते हैं। इसी तरह धामपुर व कालागढ़ के लिए करीब छह से सात हजार यात्री रोजाना सफर करते हैं। यानी कुल मिलाकर रोजाना करीब 50 हजार से अधिक यात्रियों को अतिरिक्त किराया चुकाना होगा।
गाजियाबाद में 350 रोडवेज बसों का रूट बदलने से यात्रियों पर किराए का बोझ पड़ेगा। यात्रियों को अधिक किराया देना पड़ेगा और उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ेगा। परिवहन निगम को यात्रियों की सुविधा के लिए उचित कदम उठाने चाहिए।