जिसमें उन्होंने नक्सलवाद पर सरकार की जीत का दावा किया है। शाह ने कहा कि पिछले एक साल में 380 नक्सली मारे गए हैं और 1045 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है।
उन्होंने आगे कहा कि नक्सल प्रभावित जिलों की संख्या में भी कमी आई है, जो अब सिर्फ 12 है। शाह ने यह भी बताया कि नक्सलियों के फाइनेंसर को भी खत्म किया गया है।
गृह मंत्री ने नक्सलवाद पर सरकार की जीत का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों को दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने नक्सलवाद पर चोट करने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिनमें नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास कार्यों को बढ़ावा देना और नक्सलियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करना शामिल है।
शाह ने अनुच्छेद 370 के हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में हुई प्रगति का भी जिक्र किया है। उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 को अलगाववाद की मुख्य वजह बताया है।
गृह मंत्री ने आगे कहा कि पूर्वोत्तर राज्यों में हिंसा की घटनाओं में कमी आई है। उन्होंने कहा कि सरकार ने उग्रवाद, आतंकवाद और नक्सलवाद पर चोट की है।
शाह के इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि सरकार नक्सलवाद और आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है।