भारी बारिश के कारण बगलिहार डैम के गेट खोले गए
जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में चिनाब नदी पर बने बगलिहार डैम के दो गेट भारी बारिश के कारण खोल दिए गए हैं। जल स्तर बढ़ने के कारण यह निर्णय लिया गया ताकि पानी का स्तर नियंत्रित रहे और जलविद्युत उत्पादन सुचारू रूप से हो सके। इस कदम से पाकिस्तान में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।
जम्मू कश्मीर में बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। बगलिहार डैम के गेट खोलने से पाकिस्तान के विभिन्न क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। उसके सीमावर्ती इलाकों में उसकी सैन्य गतिविधियां भी इससे प्रभावित हुई हैं।
एलओसी पर नागरिक ठिकानों को निशाना बना रहे पाकिस्तान को बिना गोले दागे सबक सिखाने के लिए भारत ने एक बार फिर चिनाब का सहारा लिया है। बगलियार और सलाल बांध के जलप्रवाह द्वारा गुरुवार को खोल दिए गए, जिससे पाकिस्तान के विभिन्न क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई।
बीते पांच दिनों में यह दूसरा अवसर है, जब भारत ने उस पर वाटर स्ट्राइक की है। इससे पूर्व रविवार को भारत सरकार ने चिनाब का जल प्रवाह रोक दिया था, जिससे पाकिस्तान में सूखे की स्थिति पैदा होने के साथ ही उसकी विभिन्न जलविद्युत परियोजनाएं बंद हो गई थीं।
संबंधित सूत्रों ने बताया कि भारत जब चाहे सूखे और बाढ़ की स्थिति पैदा कर सकता है। सिंधु जल समझौते के तहत चिनाब का जलप्रवाह रोकने या चिनाब पर बने बांधों से अचानक पानी छोड़ने से पहले पाकिस्तान को सूचित किया जाता था। अब यह संधि स्थगित कर दी गई है, इसलिए अब उसे सूचित नहीं किया जा रहा है।
बगलिहार डैम के गेट खोलने से रियासी के नीचे अखनूर में जलस्तर बढ़ते हुए 20 फुट से ऊपर चला गया है। इससे अखनूर के नीचे पाकिस्तान के इलाकों में भी बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। गढ़खाल और परगवाल सेक्टर के पार कुछ पाकिस्तानी मोर्चे जोकि चिनाब के जल बिखराव क्षेत्र में हैं, पानी भर गया है।
पाकिस्तान की चिंता बढ़ गई है क्योंकि भारत ने अपनी रणनीति के तहत चिनाब नदी के जलप्रवाह को नियंत्रित करने के लिए कदम उठाए हैं। इससे पाकिस्तान के विभिन्न क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है और उसकी सैन्य गतिविधियां भी प्रभावित हुई हैं।
भारत ने अपनी रणनीति के तहत चिनाब नदी के जलप्रवाह को नियंत्रित करने के लिए कदम उठाए हैं। इससे पाकिस्तान में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है और उसकी सैन्य गतिविधियां भी प्रभावित हुई हैं। भारत की इस रणनीति से पाकिस्तान की मुश्किलें बढ़ गई हैं।