चुनाव में ईवीएम की उपयोगिता, चुनावी बांड योजना सहित अनुच्छेद-370 पर फैसले देने वाले बेंच में शामिल रहे
नई दिल्ली, 11 नवंबर – जस्टिस संजीव खन्ना ने आज राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में भारत के 51वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने उन्हें शपथ दिलाई। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
जस्टिस संजीव खन्ना का कार्यकाल 13 मई, 2025 तक होगा। वे इससे पहले 18 जनवरी 2019 को भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत हुए थे।
जस्टिस खन्ना कई ऐतिहासिक फैसलों का हिस्सा रह चुके हैं, जिनमें चुनाव में ईवीएम की उपयोगिता बनाए रखना, चुनावी बांड योजना को खारिज करना, अनुच्छेद-370 के निरस्तीकरण के फैसले को कायम रखना और दिल्ली के तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लोकसभा चुनाव के दौरान प्रचार के लिए अंतरिम जमानत प्रदान करने के फैसले देने वाले बेंच में वो शामिल थे।
जस्टिस संजीव खन्ना के मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदभार संभालने से भारतीय न्यायपालिका में एक नए युग की शुरुआत होने की उम्मीद है। उनके अनुभव और ज्ञान से देश की न्यायपालिका को मजबूती मिलने की आशा है।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जस्टिस संजीव खन्ना को बधाई देते हुए कहा कि उनकी नियुक्ति से देश की न्यायपालिका को नई ऊर्जा मिलेगी।