सीसीटीवी फुटेज में दिखा नर्सों और कर्मचारियों का साहस
झांसी। झांसी मेडिकल कॉलेज में हुए अग्निकांड की सच्चाई अब सामने आ गई है। एनआईसीयू वॉर्ड में लगे सीसीटीवी कैमरे की चिप से डेटा रिकवर किया गया है, जिसमें हादसे की पूरी घटना कैद है। यह वीडियो फुटेज बताता है कि कैसे नर्सों और कर्मचारियों ने अपनी जान की परवाह किए बिना बच्चों को बचाने की कोशिश की।
आग पांच मिनट में भड़क गई और पूरा कमरा धुएं से भर गया। इसके बावजूद नर्स, चिकित्सक व कर्मचारियों ने साहस नहीं छोड़ा और आग बुझाने का भरसक प्रयास किया। जब सफलता नहीं मिली तो बच्चों को सुरक्षित निकालने के लिए जान की बाजी लगा दी।
इस हृदयविदारक घटना में 15 नवजात शिशुओं की मौत हो गई है। यह घटना उत्तर प्रदेश के झांसी मेडिकल कॉलेज के चाइल्ड वार्ड में लगी आग में 10 मासूम जिंदा जल गए। वहीं 16 नवजात बच्चों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
लखनऊ से आई जांच टीम ने इस साक्ष्य को भी रिपोर्ट में शामिल किया है। मेडिकल कॉलेज में हुए अग्निकांड की मुख्यमंत्री ने 12 घंटे के अंदर रिपोर्ट देने के आदेश दिए थे, जिसके बाद मण्डलायुक्त व पुलिस उपमहानिरीक्षक ने अपनी रिपोर्ट शासन को भेज दी थी। इसमें एनआईसीयू वॉर्ड की चिकित्सक, नर्स और कर्मचारियों के बयान लिए गए थे।
सरकार ने इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। मुख्यमंत्री ने घटना की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी गठित की है।