झारखंड के सरकारी स्कूलों में दो अप्रैल से नया शैक्षणिक सत्र शुरू होने जा रहा है।
सरहुल के अवकाश के कारण स्कूल एक अप्रैल की जगह दो अप्रैल से खुलेंगे। सभी सरकारी स्कूलों में वार्षिक परीक्षाएं संपन्न हो चुकी हैं और परिणाम भी घोषित कर दिए गए हैं।
नया शैक्षणिक सत्र शुरू होने से पहले बच्चों को पाठ्य-पुस्तकें नहीं मिल पाएंगी। किसी भी जिले में पाठ्य-पुस्तक स्कूलों तक नहीं पहुंची है। उम्मीद जताई जा रही है कि सरहुल के बाद प्रकाशकों द्वारा पुस्तकें प्रखंड स्तर पर स्थित बीआरसी में पहुंचाई जाएंगी। वहां से पुस्तकें स्कूलों तक पहुंचाई जाएंगी।
समग्र शिक्षा अभियान के तहत कक्षा एक से आठ के सभी बच्चों को पुस्तकें दी जाती हैं। सरकारी स्कूलों में तीन साल बाद शैक्षणिक सत्र एक अप्रैल से शुरू होगा। कोरोना के कारण पूर्व में शैक्षणिक सत्र अनियमित हुआ था। वर्ष 2020-21 में कोरोना के कारण स्कूलों के बंद होने से बाद के शैक्षणिक सत्रों में एक-एक माह की कमी की गई थी। इस कारण 2022-23 का शैक्षणिक सत्र एक जुलाई से शुरू हुआ था। इसी तरह 2023-24 का सत्र एक जून तथा 2024-25 का सत्र एक मई से शुरू हुआ था।
सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं। सरकार ने शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया को सरल बनाया है और शिक्षकों को प्रशिक्षण देने के लिए कई कार्यक्रम शुरू किए हैं। इसके अलावा, सरकार ने स्कूलों में बुनियादी सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए भी कई कदम उठाए हैं।
सरकारी स्कूलों में छात्रों की संख्या में वृद्धि हो रही है। इसका कारण यह है कि सरकार ने शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए कई कदम उठाए हैं और स्कूलों में बुनियादी सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए भी कई कदम उठाए हैं। इसके अलावा, सरकार ने शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया को सरल बनाया है और शिक्षकों को प्रशिक्षण देने के लिए कई कार्यक्रम शुरू किए हैं।