झारखंड के जननायक और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के संस्थापक दिशोम गुरु शिबू सोरेन का 81 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनकी पत्नी कल्पना सोरेन ने सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट किया जिसमें उन्होंने बाबा शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि अर्पित की।
कल्पना सोरेन ने अपने पोस्ट में लिखा कि जब पूरा देश आपको अश्रुपूरित नेत्रों से विदा कर रहा है, मैंने एक कोना पकड़ लिया है
उन्होंने कहा कि आप सिर्फ मेरे ससुर नहीं थे, आप झारखंड के बाबा थे
कल्पना ने लिखा कि आप हर उस बच्चे के बाबा थे जिसने जंगलों की गोद में जन्म लिया और संघर्ष को पहली सांस में महसूस किया
शिबू सोरेन ने झारखंड के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया
उन्होंने झारखंड को खड़ा करने के लिए कड़ी मेहनत की और हम सबको आत्मनिर्भर होने का हौसला दिया
कल्पना ने लिखा कि आपने राजनीति को घर की तरह जिया, जहां सत्ता नहीं, संबंधों का सम्मान होता है
शिबू सोरेन की विरासत झारखंड के लोगों के दिलों में बसी हुई है ।
उन्होंने झारखंड के लोगों के लिए काम किया और उनकी समस्याओं का समाधान करने की कोशिश की
शिबू सोरेन की विरासत अब उनकी पत्नी कल्पना सोरेन और उनके परिवार के सदस्यों के लिए एक बड़ी जिम्मेदारी है
कल्पना ने कहा कि वह एक बहू के रूप में नहीं, बल्कि आपकी बेटी के रूप में आपसे वादा करती हूं कि आपका नाम सिर्फ इतिहास में नहीं रहेगा, बल्कि वो हर लड़की के साहस में, हर गांव के संघर्ष में और झारखंड की हर सांस में जिंदा रहेगा
उन्होंने कहा कि आपके बिना जीना मुश्किल है, पर आपके सपनों को जीना अब हमारा धर्म है
शिबू सोरेन का निधन झारखंड के लिए एक बड़ी क्षति है। उनकी पत्नी कल्पना सोरेन का भावुक पोस्ट उनके प्रति श्रद्धांजलि है। शिबू सोरेन का योगदान और उनके सपने अब हमारी जिम्मेदारी है। हमें उनकी विरासत को आगे बढ़ाने और उनके सपनों को पूरा करने के लिए काम करना होगा।