9 आरोपियों को दोषी करार
तमिलनाडु के कोयंबटूर में हुए पोलाची दुष्कर्म मामले में आज कोयंबटूर की महिला अदालत ने बड़ा फैसला सुनाया है। अदालत ने सभी 9 आरोपियों को दोषी करार दिया है। कुछ देर में इनकी सजा भी निर्धारित कर दी जाएगी।
पोलाची दुष्कर्म केस 2016 से 2018 तक चला था। इस मामले में 2019 में एक कॉलेज छात्रा ने पुलिस के सामने इसका पर्दाफाश किया था। इसके बाद लगातार 9 महिलाओं ने पुलिस को ऐसी ही आपबीती सुनाई। पीड़िताओं ने आरोप लगाया था कि आरोपियों ने उनका बलात्कार किया, अश्लील वीडियो बनाया और उन्हें ब्लैकमेल करके पैसे वसूले।
आरोपियों ने ज्यादातर कॉलेज में पढ़ने वाली छात्राओं को अपना निशाना बनाया था। आरोपियों पर आपराधिक साजिश रचने, बलात्कार, गैंगरेप, ब्लैकमेलिंग समेत पैसे मांगने के आरोप लगे हैं। आरोपियों ने पीड़िताओं को धमकी दी थी कि अगर उन्होंने पैसे नहीं दिए तो उनके अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिए जाएंगे।
पोलाची दुष्कर्म सामने आने के बाद पूरे देश में हड़कंप मच गया था। पुलिस ने यह केस सीबीसीआईडी को सौंपा, जिसके बाद इसे सीबीआई को दे दिया गया था। सीबीआई ऑफिसर सुरेंद्र मोहन के अनुसार, “जांच एजेंसी ने आरोपियों को दोषी सिद्ध करते हुए कड़ी सजा की सिफारिश की थी। इसके अलावा पीड़िताओं को मुआवजा देने की भी बात की गई थी।”
कोयंबटूर महिला अदालत की जज आर. नंदिनी देवी ने 9 आरोपियों को दोषी बताते हुए कुछ देर में सजा निर्धारित करने का फैसला सुनाया है। अब देखना यह है कि अदालत आरोपियों को कितनी सजा देती है। पीड़िताओं को न्याय मिलने की उम्मीद है।
पोलाची दुष्कर्म मामले में पीड़िताओं ने न्याय की गुहार लगाई थी। अब अदालत के फैसले के बाद पीड़िताओं को न्याय मिलने की उम्मीद है। आरोपियों को कड़ी सजा मिलने से अन्य लोगों को भी सबक मिलेगा।
तमिलनाडु सरकार ने इस मामले में पीड़िताओं को न्याय दिलाने के लिए क्या कदम उठाए हैं? सरकार की भूमिका भी इस मामले में महत्वपूर्ण है। सरकार को पीड़िताओं को न्याय दिलाने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए।