पुलिस पर आरोप, खाना और पानी की आपूर्ति रोकने के कारण हुई मौतें
दक्षिण अफ्रीका में एक बड़ा हादसा हुआ है, जहां अवैध सोने की खदान में फंसे 100 मजदूरों की मौत की खबर है। ये मजदूर कई महीनों से खदान में फंसे थे, और आशंका है कि भूख और प्यास की वजह से इन मजदूरों की मौत हुई है।
एकखदान से करीब 26 अन्य मजदूरों को जीवित बचा लिया गया है, और अब तक कुल 18 शवों को बाहर निकालने में कामयाबी मिली है। यह घटना स्टिलफोंटेन शहर के निकट बफेल्सफोंटेन में स्थित सोने की खदानों में हुई है।
पुलिस पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने खाना और पानी की आपूर्ति रोक दी थी, जिससे मजदूरों की मौत हुई है। नवंबर महीने से खदान में फंसे मजदूरों को पुलिस ने बाहर नहीं निकलने दिया था।
माइनिंग अफेक्टेड कम्युनिटीज यूनाइटेड इन एक्शन ग्रुप के प्रवक्ता सबेलो मंगुनी ने जानकारी दी कि कुछ मजदूरों को बचाया गया है, और उनके साथ मोबाइल फोन में दो वीडियो को बाहर भेजा गया है जिसमें प्लास्टिक में लिपटे दर्जनों शव दिखाई दे रहे हैं।
पहले शव के पोस्टमार्टम से पता चला है कि उसकी मौत भूख की वजह से हुई है। यह घटना दक्षिण अफ्रीका में अवैध खनन की समस्या को उजागर करती है, और सरकार से इस समस्या का समाधान करने की मांग की जा रही है।
दक्षिण अफ्रीका की सरकार ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। सरकार ने कहा है कि वह इस घटना की जांच करेगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी।
सरकार ने यह भी कहा है कि वह अवैध खनन की समस्या का समाधान करने के लिए काम कर रही है। सरकार ने कहा है कि वह खनन क्षेत्र में सुधार करने और मजदूरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है।
इस घटना ने दक्षिण अफ्रीका में अवैध खनन की समस्या को उजागर किया है। यह घटना सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती है, और सरकार को इस समस्या का समाधान करने के लिए काम करना होगा।