धनबाद: शहर में तेजी से बढ़ती गर्मी के बीच भक्त भगवान को गर्मी से राहत दिलाने के लिए छोटे पंखे और कूलर खरीद रहे हैं।
वे मानते हैं कि प्राण प्रतिष्ठा के बाद प्रतिमा में भगवान का वास होता है और वे उनकी हर तरह से सेवा करना चाहते हैं।
भक्त भगवान को मौसम के अनुसार आराम पहुंचाते हैं और उनकी दैनिक जरूरतों का ध्यान रखते हैं। वे भगवान को गर्मी से राहत दिलाने के लिए छोटे बैटरी या इलेक्ट्रिक पंखे और कूलर खरीद रहे हैं। शहर के बाजारों में विशेष रूप से डिजाइन किए गए छोटे पंखे और कूलर की बिक्री में तेजी आई है।
पंडित अमित मिश्रा बताते हैं कि किसी भी प्रतिमा में प्राण प्रतिष्ठा के बाद पूर्ण रूप से भगवान का वास हो जाता है। इस दौरान उसमें अटूट शक्तियां होती हैं, जिसका भक्तों को एहसास भी होता है। वे भगवान को जीवंत रूप में देखते हैं और उनकी सेवा में कोई कमी नहीं करना चाहते हैं।
बैंकमोड़ स्थित गिफ्ट कार्नर संचालक शोभित कुमार बताते हैं कि हाल के वर्षों में गिफ्ट की सामग्रियों के साथ-साथ भगवान के पोशाक से लेकर छोटे पलंग, तकिया, भोजन के लिए छोटे बर्तन, झूले के साथ बैटरी और इलेक्ट्रिक से चलने वाले पंखे और कूलर की बिक्री काफी तेजी से बढ़ी है। भक्त अपने जरूरत और साइज के अनुसार खरीदारी करते हैं।
पलंग: 200 से 500 रुपये
गद्दा: 100 से 200 रुपये
तकिया: 20 रुपये
झूला: 200 से 1000 रुपये
बैटरी पंखा: 150 से 200 रुपये
इलेक्ट्रिक पंखा: 100 से 150 रुपये
कूलर: 300 से 350 रुपये
भक्तों का मानना है कि भगवान की सेवा में कोई कमी नहीं होनी चाहिए। वे भगवान को गर्मी से राहत दिलाने के लिए पंखे और कूलर खरीद रहे हैं और उनकी दैनिक जरूरतों का ध्यान रखते हैं।