वह 19 जुलाई को 70 साल के हो जाएंगे और बीसीसीआई के नियमों के अनुसार, कोई भी पदाधिकारी 70 साल की उम्र के बाद पद पर नहीं रह सकता है।
बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला को अंतरिम अध्यक्ष बनाया जाएगा। वह तब तक इस पद पर रहेंगे जब तक नया अध्यक्ष नहीं चुना जाता है। राजीव शुक्ला का अनुभव और ज्ञान बीसीसीआई के लिए बहुत उपयोगी होगा।
रोजर बिन्नी के कार्यकाल के दौरान भारतीय टीम ने दो व्हाइट बॉल खिताब जीते, जिसमें आईसीसी टी20 विश्व कप 2024 और आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी शामिल है। उन्होंने महिला प्रीमियर लीग का आगाज कराया और घरेलू क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए अहम कदम उठाए। सीनियर खिलाड़ियों का घरेलू क्रिकेट में खेलना और घरेलू क्रिकेटर्स को अच्छा वेतन मिलने जैसी सुविधाओं पर भी उन्होंने काम किया।
अब बीसीसीआई के नए अध्यक्ष की तलाश शुरू हो गई है। राजीव शुक्ला के अलावा भी कई दिग्गज इस पद के लिए दावेदार हो सकते हैं। लेकिन तब तक राजीव शुक्ला अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर बीसीसीआई की जिम्मेदारी संभालेंगे।
रोजर बिन्नी भारतीय टीम के पूर्व ऑलराउंडर रहे हैं। उन्होंने 27 टेस्ट मैचों और 72 वनडे मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने टेस्ट में 47 विकेट और बल्ले से 830 रन बनाए, जिसमें 5 हाफ सेंचुरी रही। 72 वनडे मैच में उन्होंने 77 विकेट चटकाए और 629 रन बनाए। भारत के पहले विश्व कप का खिताब जिताने में उनका अहम योगदान रहा था। वह 1983 विश्व कप में सबसे ज्यादा विकेट (18) लेने वाले भारतीय गेंदबाज रहे थे।
राजीव शुक्ला बीसीसीआई के उपाध्यक्ष हैं और उनका अनुभव बीसीसीआई के लिए बहुत उपयोगी होगा। वह बीसीसीआई की जिम्मेदारी संभालने के लिए तैयार हैं और उनका अनुभव भारतीय क्रिकेट के लिए बहुत फायदेमंद होगा।
बीसीसीआई के नए अध्यक्ष का चयन भारतीय क्रिकेट के भविष्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण होगा। राजीव शुक्ला के अनुभव और ज्ञान के साथ, बीसीसीआई को एक मजबूत नेतृत्व मिलेगा। अब देखना यह है कि बीसीसीआई का नया अध्यक्ष कौन होगा और वह भारतीय क्रिकेट के लिए क्या करेगा।