नई दिल्ली, 3 मई: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (NIA) ने जांच अपने हाथों में ले ली है।
इस हमले में अभी तक आतंकियों का कोई सुराग नहीं मिला है, लेकिन NIA को शक है कि 2023 के राजौरी बम ब्लास्ट में शामिल आतंकियों का भी इस हमले में हाथ हो सकता है।
NIA ने 2023 के राजौरी बम ब्लास्ट में शामिल दो आतंकियों से पूछताछ शुरू कर दी है। इन आतंकियों के नाम मुश्ताक और निसार हैं। NIA को शक है कि पहलगाम हमले में भी दोनों की अहम भूमिका हो सकती है। दोनों आतंकियों ने मिलकर राजौरी में IED ब्लास्ट को अंजाम दिया था, जिसमें 2 बच्चों समेत 7 लोगों की मौत हुई थी और कई लोग गंभीर रूप से घायल थे।
NIA की शुरुआती जांच में संदेह है कि पहलगाम हमले में 5-7 आतंकी शामिल थे। इसके अलावा 2 स्थानीय लोगों ने भी इस हमले को अंजाम देने में आतंकियों की मदद की। इन स्थानीय मददगारों को पाकिस्तान में प्रशिक्षण मिला था। लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी संगठन TRF ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी।
NIA ने पहलगाम हमले की जांच में कई कदम उठाए हैं। एजेंसी ने कई प्रत्यक्षदर्शियों और पीड़ित परिवारों के बयान लिए हैं और आतंकी साजिश का पर्दाफाश करने की जद्दोजहद में जुटी है। NIA महाराष्ट्र, ओडिशा और पश्चिम बंगाल समेत कई अन्य राज्यों में पहलगाम हमले के पीड़ितों से बात कर चुकी है।
पहलगाम हमले के बाद जम्मू कश्मीर में सुरक्षा बढ़ाई गई है। पुलिस और सुरक्षाबलों की नजर जम्मू कश्मीर के चप्पे-चप्पे पर है। NIA की जांच जारी है और जल्द ही आतंकियों का सुराग मिलने की उम्मीद है।