UNSC में भारत के खिलाफ झूठ फैलाने में फेल हुआ
नई दिल्ली, 6मई: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान में तनाव चरम पर है। पाकिस्तान ने इस मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में उठाया, लेकिन उसकी कोशिशें बेनतीजा रहीं।
पाकिस्तान के अनुरोध पर UNSC की बंद कमरे में बैठक बुलाई गई थी। बैठक में UNSC ने पाकिस्तान से पहलगाम हमले में लश्कर-ए-तैयबा की भूमिका को लेकर सवाल किया। UNSC ने लश्कर की भूमिका को लेकरसी भी किए सवाल।
UNSC की बैठक में सभी सदस्य देशों ने पाकिस्तान को सलाह दी कि उन्हें भारत के साथ द्विपक्षीय रूप से मुद्दों को सुलझाने के लिए बातचीत करनी चाहिए। इससे साफ है कि पाकिस्तान की कोशिशें अंतरराष्ट्रीयकरण करने में फेल हुईं।
बैठक में आतंकवादी हमले की व्यापक निंदा की गई और जवाबदेही की आवश्यकता को मान्यता दी गई। कुछ सदस्यों ने विशेष रूप से धार्मिक आस्था के आधार पर पर्यटकों को निशाना बनाए जाने का भी मुद्दा उठाया।
UNSC ने पाकिस्तान की ‘झूठे झंडे’ की कहानी को स्वीकार करने से इनकार कर दिया। झूठे झंडे का मतलब है, कोई घटना खुद जानबूझकर करना और उसके बाद किसी दूसरे पर थोप देना।
कई सदस्यों ने चिंता व्यक्त की कि पाकिस्तान के मिसाइल परीक्षण और परमाणु बयानबाजी तनाव बढ़ाने वाले कारक थे। इससे साफ है कि पाकिस्तान की गतिविधियों पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजर है।