पाकिस्तान में एक बार फिर से आतंकी ठिकाने तैयार किए जा रहे हैं।
भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों पर सटीक हमला करके इन्हें तबाह कर दिया था, लेकिन अब पाकिस्तानी सेना इन्हें फिर से तैयार करने में लगी हुई है।
पाकिस्तानी सेना और आईएसआई आतंकी ठिकानों को फिर से तैयार करने के लिए काम कर रही है। इसके लिए उन्हें सरकारी फंड भी मिल रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, आतंकी ठिकानों को फिर से तैयार करने के लिए 40 करोड़ रुपये का फंड जारी किया गया है।
बहावलपुर को 14 करोड़ रुपये की फंडिंग की गई है, जहां पर जैश-ए-मोहम्मद का अड्डा है। मुरीदके को 15 करोड़ रुपये की फंडिंग की गई है, जो लश्कर-ए-तैयबा का गढ़ है। मुजफ्फराबाद को 11 करोड़ रुपये दिए गए हैं, जहां पर आतंकियों का ट्रेनिंग कैंप था।
पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर ने आतंकी ठिकानों को फिर से तैयार करने के लिए एक टीम बनाई है और खुद इन कामों की निगरानी भी कर रहे हैं। उन्होंने कॉन्ट्रैक्टर्स को 30 जून तक काम पूरा करने की डेडलाइन दी है।
पाकिस्तान के दो मंत्रियों ने घायल आतंकियों से मिलने के लिए मुरीदके का दौरा किया। उन्होंने मारे गए आतंकियों को शहीद बताया और कहा कि उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
पाकिस्तान में फिर से आतंकी ठिकाने तैयार किए जा रहे हैं, जो भारत के लिए एक बड़ा खतरा है। पाकिस्तान की सरकार और सेना आतंकवाद को समर्थन दे रही है, जो एक गंभीर मुद्दा है। भारत को इस मुद्दे पर पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।