पुलवामा हमले के बाद से भारत ने अपनी रक्षा क्षमताओं को मजबूत बनाया है ।
और अब हमारे पास पाकिस्तान में हमला करने और उसके जवाबी हमले को नाकाम करने के लिए पहले से बेहतर हथियार और लड़ाकू विमान हैं। आइये जानते हैं इनकी क्षमताओं के बारे में।
भारतीय वायुसेना में सबसे उन्नत लड़ाकू विमान राफेल है। यह विमान अफगानिस्तान, लीबिया और इराक में हवाई ऑपरेशन को अंजाम दे चुका है। राफेल मीटियोर और स्कैल्प जैसी मिसाइलों से लैस है। मीटियोर हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल है और इसकी रेंज 150 किलोमीटर से अधिक है। इसका मतलब है कि राफेल भारत की ओर बढ़ रहे पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों को 150 किलोमीटर दूर से ही तबाह कर सकता है।
भारत के पास एस 400 जैसा अत्याधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम है और यह पाकिस्तान की सीमा पर तैनात भी है। अगर पाकिस्तान के लड़ाकू विमान सीमा से 400 किलोमीटर अंदर स्थित एयरबेस से एयरबोर्न होते हैं, तो उसी पल एस 400 उसे ट्रैक कर लेगा और हमला करके उसे नेस्तानाबूद कर सकता है।
ब्रह्मोस एक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है। ब्रह्मोस मिसाइल इतनी तेज गति से हमला करती है कि किसी भी एयर डिफेंस सिस्टम के लिए इसे इंटरसेप्ट करना बहुत मुश्किल है। भारत की तीनों सेनाओं के पास ब्रह्मोस मिसाइल के अलग-अलग वैरिएंट हैं।
सुखोई 30 एमकेआइ लड़ाकू विमानों को ब्रह्मोस मिसाइल के वैरिएंट से लैस किया गया है। इससे सुखोई 30 विमान और घातक हो गए हैं।
भारत की इन रक्षा क्षमताओं को देखते हुए पाकिस्तान के लिए खतरे की घंटी बज गई है। अगर पाकिस्तान ने भारत पर हमला करने की कोशिश की, तो उसे मुंहतोड़ जवाब मिलेगा। भारत की रक्षा क्षमताएं अब पहले से कहीं अधिक मजबूत हैं और हम किसी भी खतरे का सामना करने के लिए तैयार हैं।