अयोध्या फैसले की आलोचना करने वालों ने 1000 पन्नों के फैसले को पूरा नहीं पढ़ा
पूर्व सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने अयोध्या फैसले पर उठ रहे सवालों का जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि इस फैसले की आलोचना करने वालों ने 1000 पन्नों के फैसले को पूरा नहीं पढ़ा है। डीवाई चंद्रचूड़ ने आगे कहा कि यह फैसला केवल तथ्यों पर आधारित था और इसमें धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत का भी पालन हुआ है।
जस्टिस रोहिंगटन नरीमन ने अयोध्या के फैसले को न्याय का मजाक बताया था, जिस पर पूर्व सीजेआई ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि फैसला सबूतों के विस्तृत विश्लेषण पर आधारित था और अब इस पर कुछ और दावा करना तथ्यात्मक रूप से सही नहीं होगा।
यह बयान डीवाई चंद्रचूड़ ने टाइम्स नेटवर्क के कॉन्क्लेव में दिया, जहां उन्होंने अयोध्या फैसले पर उठ रहे सवालों का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि फैसला सबूतों के विस्तृत विश्लेषण पर आधारित था और इसमें धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत का भी पालन हुआ है।
पूर्व सीजेआई ने आगे कहा कि इस फैसले की आलोचना करने वालों ने 1000 पन्नों के फैसले को पूरा नहीं पढ़ा है। उन्होंने कहा कि यह फैसला केवल तथ्यों पर आधारित था और इसमें धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत का भी पालन हुआ है।