यह मुलाकात पीएम मोदी के थाईलैंड दौरे के दूसरे दिन हुई, जहां वे बिम्सटेक समिट में भी हिस्सा ले रहे हैं।
इस मुलाकात का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि शेख हसीना सरकार के सत्ता से बाहर होने के बाद भारत और बांग्लादेश के रिश्तों में कुछ तनाव आ गया है। मोहम्मद यूनुस के शासन में बांग्लादेश में रह रहे अल्पसंख्यकों (हिंदुओं) पर अत्याचार के कई मामले सामने आए हैं, जिसे लेकर भारत चिंतित है।
उम्मीद की जा रही है कि दोनों नेताओं के बीच हुई इस बैठक में बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार और हमलों पर चर्चा हुई होगी। पीएम मोदी ने पहले भी इस मुद्दे पर चिंता जताई है।
इस मुलाकात के अलावा, पीएम मोदी ने म्यांमार की सैन्य सरकार के प्रमुख वरिष्ठ जनरल मिन आंग ह्लाइंग से भी मुलाकात की और भूकंप प्रभावित म्यांमार को हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया।
बताते चलें कि गुरुवार को ही BIMSTEC शिखर सम्मेलन से पहले आयोजित आधिकारिक रात्रिभोज में पीएम नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश के अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस को एक साथ देखा गया था।
इस मुलाकात के बाद, भारत और बांग्लादेश के बीच संबंधों में सुधार की उम्मीदें बढ़ गई हैं। दोनों देशों के बीच व्यापार, सुरक्षा और अन्य मुद्दों पर सहयोग बढ़ाने की संभावना है।
हालांकि, बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार और हमलों के मुद्दे पर भारत की चिंता बनी हुई है। भारत सरकार ने पहले भी इस मुद्दे पर अपनी चिंता व्यक्त की है और बांग्लादेश सरकार से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया है।