बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य जारी, एक लाख से अधिक लोग सड़क और बांध पर शरण लिए हुए
पटना, [7-09-2024] – बिहार में बाढ़ की स्थिति में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है, लेकिन कई नदियां अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। बागमती और अधवारा समूह की नदियां उफान पर हैं, जबकि कोसी, बागमती, गंगा और बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर कम हो रहा है।खगड़िया में ये नदियां अभी भी खतरे के निशान से ऊपर हैं। कई जिलों में बाढ़ से प्रभावित लोगों को राहत शिविरों में रखा गया है। किशनगंज में बीते 10 दिनों में 42 घर नदी में विलीन हो गए हैं और एक लाख से अधिक लोग सड़क और बांध पर शरण लिए हुए हैं।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य जारी है। सरकार और स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों की मदद के लिए काम कर रहे हैं। राहत शिविरों में भोजन, आश्रय और चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।
बाढ़ के कारण कई इलाकों में सड़कें और संपर्क मार्ग बंद हो गए हैं। इससे राहत कार्य में भी दिक्कतें आ रही हैं। लेकिन सरकार और स्थानीय अधिकारी हर संभव प्रयास कर रहे हैं कि प्रभावित लोगों तक मदद पहुंचाई जा सके।
बिहार के कई जिलों में बाढ़ के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लोगों को अपने घरों को छोड़ना पड़ा है और सुरक्षित स्थानों पर शरण लेनी पड़ी है। सरकार ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में हेलिकॉप्टर से भी राहत सामग्री पहुंचाई है।
बाढ़ की स्थिति को देखते हुए सरकार ने सभी आवश्यक सेवाओं को अलर्ट पर रखा है। निगरानी के लिए नावें और हेलिकॉप्टर तैनात किए गए हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मोबाइल मेडिकल यूनिट भी तैनात की गई हैं।
बिहार में बाढ़ की स्थिति को लेकर सरकार और प्रशासन की ओर से हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। प्रभावित लोगों की मदद के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।