मुजफ्फरपुर के दो दर्जन से अधिक कॉलेजों पर बीआरए बिहार विश्वविद्यालय ने कार्रवाई का निर्णय लिया है।
इन कॉलेजों ने स्नातक सत्र 2024-28 के तहत परीक्षा शुल्क जमा नहीं किया है, जिसके कारण इन कॉलेजों में नामांकन पर रोक लगेगी और उनके नाम नामांकन पोर्टल से हटा दिए जाएंगे।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने कॉलेजों की मनमानी को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई का निर्देश दिया है। लगातार स्मार पत्र देने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं होने पर विश्वविद्यालय के स्तर से यह निर्णय लिया गया है।
महीनों से कई रिमाइंडर देने के बाद भी अब तक करीब दो दर्जन से अधिक कॉलेजों ने छात्र-छात्राओं से परीक्षा शुल्क वसूल लिया, लेकिन विश्वविद्यालय में चालान की कापी नहीं जमा कराई।
कॉलेजों की मनमानी के कारण विश्वविद्यालय की ओर से जारी परीक्षा कार्यक्रम में संशोधन करना पड़ा है। रिकॉर्ड विश्वविद्यालय के पास जमा नहीं कराया गया है। परीक्षा शुल्क विवरणी प्रवेश पत्र नहीं जमा करने वालों कॉलेजों ने टीडीसी पार्ट टू की स्पेशल परीक्षा,
चार वर्षीय स्नातक कोर्स के तहत सत्र 2023-27 में नामांकित प्रथम सेमेस्टर, द्वितीय सेमेस्टर और तृतीय सेमेस्टर के साथ ही सत्र 2024-28 में नामांकित प्रथम सेमेस्टर के विद्यार्थियों से भी परीक्षा शुल्क तो वसूला है, लेकिन इसका रिकॉर्ड विश्वविद्यालय के पास जमा नहीं कराया है।
सत्र 2023-27 में नामांकित विद्यार्थियों के फर्स्ट, सेकंड और थर्ड सेमेस्टर का रिजल्ट जारी किया जा चुका है। इसमें सत्र 2023-27 के फर्स्ट से लेकर थर्ड सेमेस्टर और 2024-28 के प्रथम सेमेस्टर को मिलाकर 15 कॉलेज इस सूची में हैं। इसमें अंगीभूत से लेकर संबद्ध कॉलेजों के नाम हैं।
परीक्षा नियंत्रक डॉ. सुबालाल पासवान ने कहा कि आदेश के बाद कॉलेजों ने चालान का रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं कराया है। इन कॉलेजों ने शुल्क जमा नहीं किया है, जिसके कारण कार्रवाई का निर्णय लिया गया है।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने कॉलेजों पर कार्रवाई का निर्णय लिया है। इन कॉलेजों में नामांकन पर रोक लगेगी और उनके नाम नामांकन पोर्टल से हटा दिए जाएंगे। विश्वविद्यालय प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि कॉलेजों को परीक्षा शुल्क जमा करना होगा, अन्यथा कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।