पाकिस्तान अक्सर अंतरराष्ट्रीय मंच पर कश्मीर राग अलापता रहा है और इसके लिए वह मुस्लिम देशों को एकजुट करने की कोशिश में लगा रहता है।
भारत ने बड़ी कूटनीति दिखाते हुए पाकिस्तान के मुस्लिम कुनबे को तोड़ने की तैयारी कर ली है। इसके लिए भारत ने ईरान को अपने पाले में लाने की कोशिश शुरू की है। ईरान के सुप्रीम काउंसिल फॉर कल्चरल रिवॉल्यूशन के सेक्रेटरी अब्दुल हुसैन खोसरो पाना हाल ही में भारत आए थे और उन्होंने कई बैठकों में हिस्सा लिया और सरकार के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात की।
भारत की यह कूटनीति पाकिस्तान के लिए एक बड़ा झटका हो सकती है, क्योंकि पाकिस्तान अक्सर ईरान को अपने पक्ष में करने की कोशिश करता रहा है। लेकिन अब भारत ने ईरान को अपने पाले में लाने की कोशिश शुरू कर दी है, जो पाकिस्तान के लिए एक बड़ा खतरा हो सकता है।
भारत की इस कूटनीति के पीछे कई कारण हो सकते हैं। एक कारण यह हो सकता है कि भारत पाकिस्तान के कश्मीर मुद्दे पर मुस्लिम देशों के साथ गठजोड़ को तोड़ना चाहता है। दूसरा कारण यह हो सकता है कि भारत ईरान के साथ अपने संबंधों को मजबूत करना चाहता है।
भारत और ईरान के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए कई कदम उठाए जा सकते हैं। एक कदम यह हो सकता है कि भारत और ईरान के बीच व्यापारिक संबंधों को बढ़ावा दिया जाए। दूसरा कदम यह हो सकता है कि भारत और ईरान के बीच सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत किया जाए।
भारत की इस कूटनीति के परिणाम आने वाले समय में दिखाई देंगे। लेकिन यह तय है कि भारत ने पाकिस्तान के कश्मीर मुद्दे पर मुस्लिम देशों के साथ गठजोड़ को तोड़ने की कोशिश शुरू कर दी है, जो पाकिस्तान के लिए एक बड़ा खतरा हो सकता है।