बिना काम किए 28 लाख वेतन उठाने वाली नर्स पर गाज गिरना तय
भागलपुर के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बिना काम किए 28 लाख वेतन उठाने वाली नर्स प्रतिमा पर कार्रवाई होने की संभावना है। जांच में तीन लोगों की मिलीभगत सामने आई है, जिन पर मुकदमा दर्ज हो सकता है। नर्स की अनुपस्थिति के बावजूद वेतन भुगतान में मेट्रन की भूमिका भी संदिग्ध है।
अस्पताल अधीक्षक द्वारा गठित कमेटी की जांच में तीन लोगों की मिलीभगत सामने आई है। जांच रिपोर्ट शुक्रवार को पटना भेजी जाएगी, जिसके बाद डायरेक्टर आफ नर्सिंग के स्तर से कार्रवाई की जाएगी।
मामला संज्ञान में आने के बाद नर्स प्रतिमा ने करीब 11 लाख का चेक अस्पताल प्रबंधन को लौटाया था। हालांकि, अस्पताल प्रबंधन ने नर्स द्वारा दिया गया चेक उन्हें बुलाकर लौटा दिया।
नर्स प्रतिमा मामले में मेट्रन की भूमिका भी शक के दायरे में है। जांच के दौरान पूछा गया कि अगर नर्स लंबे समय से अवकाश पर थी तो इसकी जानकारी मेट्रन को कैसे नहीं हुई। अगर नर्स ने उन्हें दरकिनार कर दिया था तो इसकी जानकारी अस्पताल अधीक्षक को क्यों नहीं दी गई।
नर्स प्रतिमा तीन साल से बिना काम किए वेतन उठा रही थी। इस दौरान उन्हें इंक्रीमेंट भी दिया गया था। मामला सामने आने के बाद मुख्यालय ने संज्ञान ले लिया है।