महाकुंभ मेला क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की गई
महाकुंभ में मौनी अमावस्या से पहले संगम तट पर भगदड़ मच गई। इस भगदड़ में 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और 60 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। इस घटना के बाद शासन ने सख्त कदम उठाए हैं और मेला क्षेत्र में कई बड़े बदलाव कर दिए गए हैं।
महाकुंभ मेला क्षेत्र में वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है और कई रास्तों को वन-वे तक कर दिया गया है। फिलहाल मेला क्षेत्र में हालात कंट्रोल में हैं और श्रद्धालु पवित्र संगम में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं।
भगदड़ के बाद सीएम योगी ने जिम्मेदार अधिकारियों संग बैठक की है और उन्हें जरूरी निर्देश दिए हैं जिनका पालन कराया जा रहा है। ये बदलाव बसंत पंचती तक लागू रहेंगे।
महाकुंभ में भगदड़ के बाद काली रोड पार्किंग को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है और पैदल यात्रियों के साथ वाहनों का भी प्रवेश अब नहीं हो रहा है। लाल मार्ग पर भी वाहनों के प्रवेश को प्रतिबंधित कर दिया गया है।
इसके अलावा, महाकुंभ मेला क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को भी मजबूत किया गया है। पुलिस और सुरक्षा बलों की टीमें मेला क्षेत्र में तैनात की गई हैं और श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं।
महाकुंभ में भगदड़ की घटना के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने मुआवजे की घोषणा की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगदड़ में मारे गए लोगों के परिजनों को 5 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। इसके अलावा, घायलों को भी मुआवजा दिया जाएगा।
महाकुंभ में भगदड़ की घटना के बाद पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस घटना पर शोक व्यक्त किया है और मुआवजे की घोषणा की है।