एनडीए में एकजुटता का संदेश
नई दिल्ली। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी का शामिल होना एनडीए में एकजुटता का संदेश दे रहा है। सम्राट चौधरी के इस कदम को एनडीए में एकजुटता दिखाने और नीतीश कुमार के नेतृत्व के प्रति आस्था जताने के तौर पर देखा जा रहा है।
हालांकि जदयू नेताओं का कहना है कि ब्रांड नीतीश से इतर जाने का कोई सवाल ही नहीं है। मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा में सम्राट चौधरी के शामिल होने के राजनीतिक मायने समझे जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी का शामिल होना एनडीए में एकजुटता का संदेश दे रहा है। सम्राट चौधरी के इस कदम को एनडीए में एकजुटता दिखाने और नीतीश कुमार के नेतृत्व के प्रति आस्था जताने के तौर पर देखा जा रहा है।
इससे पहले जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मीडिया हाउस के एक कार्यक्रम में यह कहा था कि बिहार में अगले वर्ष होने वाला विधानसभा चुनाव किसके नेतृत्व में लड़ा जाएगा यह भाजपा और जदयू मिलकर तय करेगी।
जदयू को इस बात पर हैरानी हुई, क्योंकि पूर्व में जब एनडीए की समन्वय समिति की बैठक मुख्यमंत्री आवास में हुई थी तब यह तय हुआ था कि विधानसभा का अगला चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा।
अब सम्राट चौधरी के मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा में शामिल होने को एनडीए में एकजुटता का संदेश देने के तौर पर देखा जा रहा है। यह भी माना जा रहा है कि सम्राट चौधरी के इस कदम से एनडीए में एकजुटता का संदेश दिया जा रहा है।