रूस की राजधानी मॉस्को पहुंचे भारतीय पर्यटकों के एक समूह ने वहां की इमिग्रेशन प्रक्रिया और बर्ताव को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। टूरिस्ट अमित तनवर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर अपना अनुभव साझा किया है।
अमित तनवर ने बताया कि 12 लोगों के समूह में से 9 भारतीयों को बिना किसी स्पष्ट कारण के हिरासत में लिया गया और बाद में डिपोर्ट कर दिया गया। उन्होंने रूसी अधिकारियों पर अमानवीय व्यवहार का आरोप लगाया जिसमें मोबाइल फोन और निजी जानकारी की जांच शामिल है। अमित तनवर ने कहा कि यह अनुभव बहुत ही दर्दनाक था और उन्हें लगता है कि उनके साथ अन्याय हुआ है।
अमित तनवर ने आरोप लगाया कि रूसी अधिकारियों ने उनके समूह के सदस्यों के साथ बदसलूकी की और उनके मोबाइल डेटा, डॉक्यूमेंट्स और पैसे की तलाशी ली। उन्होंने कहा कि यह घटना न केवल उनके लिए बल्कि पूरे समूह के लिए एक बड़ा झटका था। अमित तनवर ने मांग की है कि रूसी अधिकारियों को इस मामले में जांच करनी चाहिए और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
अब तक, रूसी अधिकारियों की ओर से इस मामले में कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन यह घटना निश्चित रूप से दोनों देशों के बीच पर्यटन और कूटनीतिक संबंधों पर प्रभाव डाल सकती है।
यह घटना भारतीय पर्यटकों के लिए एक बड़ा झटका है और रूस की इमिग्रेशन प्रक्रिया पर सवाल उठाती है। यह देखना होगा कि रूसी अधिकारी इस मामले में क्या कार्रवाई करते हैं और क्या वे भारतीय पर्यटकों के साथ बेहतर व्यवहार करेंगे। इस घटना से यह भी पता चलता है कि विदेश यात्रा के दौरान पर्यटकों को किन चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है और उन्हें अपनी सुरक्षा और अधिकारों के प्रति सजग रहना चाहिए।