मंच और तकनीकें देना बंद करें। सिंह ने यह भी कहा कि इन मंचों या तकनीकों से पाकिस्तान ने क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को भारी नुकसान पहुंचाया है।
सूत्रों के अनुसार, दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों के बीच बातचीत में भारत-प्रशांत क्षेत्र, एआई समेत विभिन्न तकनीकों और रक्षा सहयोग पर चर्चा हुई। राजनाथ सिंह ने कहा कि वह दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग बढ़ाने पर सहमत हैं।
राजनाथ सिंह ने नीदरलैंड के रक्षा मंत्री रुबेन से कहा कि पिछले कई दशकों में सीमा पार पाकिस्तान से किए जा रहे आतंकवाद के कारण भारत ने बहुत मुसीबतें उठाई हैं। इसलिए वह आग्रह करते हैं कि नीदरलैंड के रक्षा मंत्री डच कंपनियों को पाकिस्तान को हथियार और अन्य संसाधन मुहैया कराने से रोकें।
इस बीच, नीदरलैंड के रक्षा मंत्री रुबेन ब्रेकेलमैन्स ने कड़े लहजे में यूक्रेन पर रूस के हमले का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि शांति प्रस्ताव देने के लिए भारत की भूमिका महत्वपूर्ण हो सकती है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नीदरलैंड के रक्षा मंत्री रुबेन ब्रेकेलमैन्स के साथ बैठक के बाद एक बयान में कहा, “हमने द्विपक्षीय रक्षा सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की। हमने रक्षा उद्योग, सैन्य शिक्षा और प्रशिक्षण, साइबर सुरक्षा और समुद्री सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की।”
उन्होंने कहा, “हमने क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा मुद्दों पर भी चर्चा की। हमने आतंकवाद, साइबर अपराध और समुद्री सुरक्षा जैसे मुद्दों पर सहयोग बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया।”