रांची में शराब घोटाला मामले में एसीबी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए ।
जेएसबीसीएल के वित्त महाप्रबंधक सुधीर कुमार दास, पूर्व महाप्रबंधक सुधीर कुमार और एक प्लेसमेंट एजेंसी के प्रतिनिधि नीरज कुमार सिंह को गिरफ्तार किया है। इन पर नियमों को ताक पर रखकर प्लेसमेंट एजेंसियों को फायदा पहुंचाने का आरोप है, जिससे सरकार को 38 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
शराब घोटाला मामले में एसीबी ने जांच शुरू की थी, जिसमें पता चला कि जेएसबीसीएल के अधिकारियों ने नियमों को ताक पर रखकर प्लेसमेंट एजेंसियों को फायदा पहुंचाया। इससे सरकार को भारी नुकसान हुआ। एसीबी ने इस मामले में दो दिनों के भीतर पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया है।
एसीबी ने बुधवार को जेएसबीसीएल के वित्त महाप्रबंधक सुधीर कुमार दास, पूर्व महाप्रबंधक सुधीर कुमार और मेसर्स मार्शन इनोवेटिव सिक्योरिटी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड प्लेसमेंट एजेंसी के स्थानीय प्रतिनिधि नीरज कुमार सिंह को गिरफ्तार किया।
इससे पहले मंगलवार को एसीबी ने उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के पूर्व प्रधान सचिव सह जेएसबीसीएल के पूर्व महाप्रबंधक विनय कुमार चौबे तथा संयुक्त आयुक्त उत्पाद गजेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया था।
एसीबी ने शराब घोटाला मामले में जांच शुरू की और कई लोगों से पूछताछ की। एसीबी की टीम उत्पाद विभाग के दफ्तर में भी पहुंची थी और कई अधिकारियों से पूछताछ की थी। इसके बाद एसीबी ने तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया।
इस घोटाले से सरकार को करीब 38 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। एसीबी की जांच में पता चला कि जेएसबीसीएल के अधिकारियों ने नियमों को ताक पर रखकर प्लेसमेंट एजेंसियों को फायदा पहुंचाया, जिससे सरकार को नुकसान हुआ।