पुलिस ने उपद्रवियों की पहचान के लिए लोगों से सहयोग करने की अपील की
संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में जामा मस्जिद सर्वे के दौरान हुई हिंसा में उपद्रवियों ने पहचान छिपाने के लिए सीसीटीवी कैमरों को तोड़ दिया था। लेकिन कुछ सुरक्षित बचे कैमरों और ड्रोन वीडियो ने उपद्रवियों के चेहरे कैद कर लिए हैं।
पुलिस और प्रशासन ने ड्रोन वीडियो और सीसीटीवी फुटेज को सार्वजनिक करते हुए अपील की है कि हमलावरों की पहचान बताने में मदद करें। सूचना देने वाले का नाम गोपनीय रखा जाएगा।
पुलिस द्वारा कराई गई ड्रोन से वीडियोग्राफी के बचे सीसीटीवी कैमरों में दिखा कि कुछ युवक सीसीटीवी कैमरे की ओर इशारा करते हैं और कुछ ही देर में उसको ईंट मार कर तोड़ देते हैं।
इसके अलावा एक व्यक्ति डंडे से दूसरे सीसीटीवी को तोड़ता दिख रहा है। एक चढ़कर उस कैमरे को हटाता है। मगर, बचे सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन की वीडियोग्राफी उपद्रवियों के गले की फांस बन गई है जिसमें एक-एक का चेहरा कैद है।
पुलिस ने सार्वजनिक किए हैं फुटेज
पुलिस ने सार्वजनिक किए हैं फुटेज
पुलिस और प्रशासन ने ड्रोन वीडियो और सीसीटीवी फुटेज को सार्वजनिक करते हुए अपील की है कि हमलावरों की पहचान बताने में मदद करें। सूचना देने वाले का नाम गोपनीय रखा जाएगा।
पुलिस ने उपद्रवियों की पहचान के लिए सार्वजनिक किए गए फुटेज में दिख रहे लोगों की पहचान करने के लिए लोगों से सहयोग करने की अपील की है। पुलिस ने कहा है कि जो लोग उपद्रवियों की पहचान में मदद करेंगे, उनका नाम गोपनीय रखा जाएगा।
इस बीच, संभल में जामा मस्जिद सर्वे के दौरान हुई हिंसा में 3 लोगों की मौत हो गई थी। पुलिस ने 21 लोगों को हिरासत में लिया है, जिनमें 2 महिलाएं भी शामिल हैं। मुरादाबाद कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह ने बताया कि हिंसा में मरने वालों की पहचान नईम, बिलाल और नोमान के रूप में हुई है।