भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने मोहम्मद सिराज की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने दिखाया कि जज्बा हो तो लगातार टेस्ट मैच खेले जा सकते हैं।
वर्कलोड सिर्फ एक बहाना है। सिराज ने इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में 23 विकेट लिए और भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
गावस्कर ने अपने बयान में कोच गौतम गंभीर पर निशाना साधा और कहा कि वर्कलोड को भारतीय क्रिकेट की डिक्शनरी से पूरी तरह से निकाल फेंकना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारतीय सैनिक भी सरहद पर बिना शिकायत के खड़े रहते हैं। गावस्कर के इस बयान ने क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी है।
सिराज ने इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में हर एक मैच खेला और कुल 23 विकेट लिए। उन्होंने 185.3 ओवर गेंदबाजी की, जो भारत और इंग्लैंड, दोनों टीमों में सबसे ज्यादा रहा। ओवल टेस्ट की दूसरी पारी में सिराज ने 5 विकेट लिए और कुल 9 विकेट लेकर भारत को 6 रन से जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। सिराज के इस प्रदर्शन ने उन्हें दुनिया भर में चर्चा में ला दिया है।
गावस्कर ने साफ किया कि उनका यह बयान जसप्रीत बुमराह के लिए नहीं था। बुमराह को इंग्लैंड दौरे पर दो मैचों से आराम दिया गया था, लेकिन वह किसी ‘वर्कलोड रोटेशन’ के कारण नहीं, बल्कि पुरानी चोट से उबरने की वजह से था। गावस्कर ने कहा कि बुमराह की अनुपस्थिति में सिराज ने शानदार प्रदर्शन किया और टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
सिराज के प्रदर्शन ने दिखाया कि जज्बा और मेहनत से कुछ भी हासिल किया जा सकता है। गावस्कर के बयान ने कोच गौतम गंभीर पर निशाना साधा और वर्कलोड के मुद्दे पर चर्चा को बढ़ावा दिया। अब देखना होगा कि आगे क्या होता है और भारतीय क्रिकेट टीम के लिए इसका क्या मतलब है। भारतीय क्रिकेट टीम के लिए यह एक महत्वपूर्ण समय है, और सिराज के प्रदर्शन ने उन्हें एक नई दिशा दिखाने का काम किया है।