जिससे यह स्पष्ट होता है कि भारी बारिश ने शहर के ऐतिहासिक स्थलों को भी प्रभावित किया है।
चारमीनार के दूसरे तल की दीवार से प्लास्टर की परत गिरने की घटना में कोई घायल नहीं हुआ, लेकिन यह घटना शहर के बुनियादी ढांचे और ऐतिहासिक स्थलों की सुरक्षा को लेकर चिंता पैदा करती है।
चारमीनार को सुल्तान मोहम्मद कुली कुतुब शाह ने 1591 में बनवाया था, और यह शहर के सबसे प्रतिष्ठित स्थलों में से एक है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) के सूत्रों ने बताया कि अधिकारियों ने प्रभावित हिस्से का निरीक्षण किया और यह निर्धारित किया कि यह कोई बड़ी क्षति नहीं है।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने का आदेश दिया है, और शहर के निचले इलाकों में पानी भरने के कारण लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। शहर के कई इलाकों में जलभराव के कारण यातायात प्रभावित हुआ है, और लोगों को अपने घरों से बाहर निकलने से पहले सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
इस घटना के बाद, शहर के अधिकारियों ने चारमीनार के आसपास के इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी है, और लोगों को इस ऐतिहासिक स्थल के पास जाने से पहले सावधानी बरतने की सलाह दी है।