डीजीसीए ने एयरलाइनों से किराए को तर्कसंगत बनाने को कहा
महाकुंभ में श्रद्धालुओं को हवाई यात्रा के लिए अत्यधिक किराया देना पड़ रहा है, जिस पर विश्व हिंदू परिषद ने एयरलाइनों पर मुनाफाखोरी का आरोप लगाया है। परिषद ने सरकार से इस मुद्दे का समाधान करने का आग्रह किया है।
विमानन नियामक डीजीसीए ने एयरलाइन कंपनियों से महाकुंभ के मद्देनजर प्रयागराज के लिए उड़ानों के किराए को तर्कसंगत बनाने को कहा है। डीजीसीए ने जनवरी में 81 अतिरिक्त उड़ानों को भी मंजूरी दी है, जिससे महाकुंभ के कारण मांग को पूरा करने के लिए प्रयागराज से देश भर से हवाई संपर्क बढ़कर 132 उड़ानों तक हो गया है।
विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि महाकुंभ में श्रद्धालुओं को हवाई यात्रा के लिए अत्यधिक किराया देना पड़ रहा है, जो अनुचित और अनैतिक है। उन्होंने कहा कि एयरलाइनों को अपने किराए सीमित करने चाहिए और यात्रियों को दी जाने वाली सुविधाओं और सेवाओं के विस्तार पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
बंसल ने कहा कि यदि एयरलाइन कंपनियां कुंभ देखने और वहां से लौटने वाले यात्रियों के टिकट के मूल्य का ध्यान नहीं रखती हैं तो नागरिक उड्डयन मंत्रालय और अन्य संबंधित विभागों को इस संबंध में तत्काल कदम उठाने चाहिए।
महाकुंभ में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ रही है, और हवाई यात्रा के लिए किराया बढ़ने से उन्हें परेशानी हो रही है। विश्व हिंदू परिषद ने सरकार से इस मुद्दे का समाधान करने का आग्रह किया है, ताकि श्रद्धालुओं को हवाई यात्रा के लिए उचित किराया देना पड़े।