पाकिस्तान से तनाव के बीच भारत ने दिया 50 मिलियन डॉलर का वित्तीय सहयोग
नई दिल्ली। भारत ने अपने समुद्री पड़ोसी मालदीव को 50 मिलियन अमेरिकी डॉलर की वित्तीय सहायता प्रदान की है। यह सहायता एसबीआई के माध्यम से ट्रेजरी बिल जारी करके दी गई है। भारत 2019 से मालदीव को इस तरह की ब्याज-मुक्त सहायता प्रदान कर रहा है।
मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला खलील ने भारत सरकार का आभार जताया है। खलील ने इस समय पर की गई सहायता की सराहना की और कहा कि यह दोनों देशों के बीच गहरी दोस्ती को दर्शाता है।
भारत और मालदीव के बीच संबंध हमेशा से मजबूत रहे हैं। इस वित्तीय सहायता के साथ, भारत ने एक बार फिर मालदीव के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाई है। यह सहायता दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने में मदद करेगी।
मालदीव सरकार के अनुरोध के बाद, भारतीय स्टेट बैंक ने मालदीव के वित्त मंत्रालय द्वारा जारी 50 मिलियन अमेरिकी डॉलर के सरकारी ट्रेजरी बिल को एक और वर्ष के लिए सब्सक्राइब किया है। यह दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यवस्था का एक हिस्सा है जो समुद्री पड़ोसी के लिए आपातकालीन वित्तीय सहायता के रूप में कार्य करता है।
इस वर्ष की शुरुआत में भारत ने मालदीव के लिए आवश्यक वस्तुओं के निर्यात के लिए विशेष कोटा बढ़ाने के लिए समझौता किया था। यह मालदीव की सरकार और लोगों के प्रति भारत के निरंतर समर्थन को दर्शाता है।
पिछले साल मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की भारत यात्रा के दौरान प्रधान मंत्री मोदी ने अपनी ‘पड़ोसी पहले’ नीति और विजन SAGAR के तहत मालदीव के साथ अपने संबंधों को और बेहतर करने पर जोर दिया था। यह वित्तीय सहायता उसी दिशा में एक कदम है।