भागलपुर: जिले में फर्जी नियोजित शिक्षकों के खिलाफ निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने सख्त कार्रवाई की है।
दो प्रखंडों के सात शिक्षकों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है, जिनके बीटीईटी अंक-पत्र फर्जी पाए गए थे। इन शिक्षकों पर आरोप है कि उन्होंने अवैध रूप से नियोजन प्राप्त किया।
जिले के बिहपुर और नाथनगर प्रखंड के सात शिक्षकों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इनमें बिहपुर प्रखंड के बिक्रमपुर गोलपर प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक विवेक कुमार, मध्य विद्यालय लत्तीपुर के शिक्षक गोपाल नंदन, मध्य विद्यालय नरकटिया में पदस्थापित शिवरानी कुमारी शामिल हैं।
इसके अलावा नाथनगर के मध्य विद्यालय जीतवारपुर के शिक्षक राजेश कुमार मिश्रा व रुबी कुमारी, मध्य विद्यालय शाहपुर राघोपुर के सोनी कुमारी और मध्य विद्यालय( कन्या) राघोपुर के नीरज कुमार निराला भी शामिल हैं।
इन नियोजित शिक्षकों के बीटीईटी के अंक-पत्र को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति पटना के सत्यापन में फर्जी बताया गया है। इसके बाद निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने कार्रवाई करते हुए इन शिक्षकों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
इन फर्जी शिक्षकों का पहले वेतन बंद किया जाएगा, फिर नियोजन इकाई उन्हें हटाने के लिए पत्र लिखेगी। निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की इस कार्रवाई से फर्जी शिक्षकों में हड़कंप मच गया है।
निगरानी अन्वेषण ब्यूरो भागलपुर प्रक्षेत्र के इंस्पेक्टर की ओर से यह कार्रवाई की गई है। ब्यूरो की टीम ने जांच के बाद इन शिक्षकों के खिलाफ केस दर्ज किया है। आगे की जांच और कार्रवाई जारी है।
सरकार ने फर्जी नियोजित शिक्षकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। इसके बाद निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने यह कार्रवाई की है। सरकार का कहना है कि फर्जी शिक्षकों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।