अमेरिकी सरकार ने बांग्लादेश को दी जाने वाली आर्थिक सहायता पर रोक लगा दी है।
डोनाल्ड ट्रंप के फैसले से बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के सामने चुनौती खड़ी हो गई है। अमेरिकी सरकार ने बांग्लादेश को दी जाने वाली आर्थिक सहायता पर रोक लगा दी है। इसके कारण कई एजेंसियों ने अपनी सेवाएं बंद करने का एलान किया है और कई कर्मचारियों को बर्खास्त किया गया है।
बांग्लादेश में अमेरिकी मदद से चलने वाली एजेंसियां ऑफिस बंद कर रही हैं, इसका नतीजा वहां के युवाओं पर पड़ रहा है। हाल ही में एक एजेंसी ने अचानक अपनी सेवाएं बंद करने का एलान किया और एक साथ 1000 से ज्यादा लोगों को बर्खास्त कर दिया। साथ ही कई और एजेंसियां लाइन में खड़ी हैं।
बांग्लादेश में इस कंपनी पर पड़ा ज्यादा असर अमेरिकी मदद रुकने का पहला असर बांग्लादेश के इंटरनेशनल सेंटर फॉर डायरियल डिजीज रिसर्च पर पड़ा है। बता दें कि बांग्लादेश में आईसीडीडीआर ने अपने हजार से ज्यादा कर्मचारियों को बर्खास्तगी के लेटर पकड़ दिए हैं। ये सभी कर्मचारी यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (USAID) की मदद से चलने वाले प्रोग्राम में काम कर रहे थे।
अमेरिकी सरकार ने बांग्लादेश को दी जाने वाली आर्थिक सहायता पर रोक लगाने के पीछे कई कारण बताए हैं। इनमें से एक कारण यह है कि बांग्लादेश सरकार ने अमेरिकी सरकार के साथ मिलकर काम करने में असफलता दिखाई है। इसके अलावा, अमेरिकी सरकार ने यह भी कहा है कि बांग्लादेश में मानवाधिकारों की स्थिति खराब है और सरकार ने इसके लिए कुछ नहीं किया है।
बांग्लादेश सरकार ने अमेरिकी सरकार के इस फैसले की निंदा की है और कहा है कि यह फैसला अन्यायपूर्ण है। बांग्लादेश सरकार ने यह भी कहा है कि वह अमेरिकी सरकार के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार है, लेकिन अमेरिकी सरकार को अपने फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए।
इस फैसले के कारण बांग्लादेश में कई लोगों की नौकरियां खतरे में पड़ गई हैं और कई परिवारों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा, इस फैसले के कारण बांग्लादेश में मानवाधिकारों की स्थिति और भी खराब हो सकती है।