बिजनौर, 29 अप्रैल 2025: नगीना देहात क्षेत्र के फजलपुर पहाड़ा गांव में अवैध खनन का मामला सामने आया है।
प्रशासन और पुलिस की टीम ने छापेमारी के दौरान 33 ट्रैक्टर-ट्रालियों को जब्त किया और 37 लोगों को गिरफ्तार किया।
मौजा फजलपुर पहाड़ा में एमपीएस इंटरप्राइजेज प्रोपराइटर सतीश कुमार सैनी को प्रशासन द्वारा खनन करने के लिए पट्टा आवंटित किया गया था। लेकिन इस पट्टे की आड़ में रात में अवैध खनन किया जा रहा था। खनन को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया और दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर आरोप लगाकर पुलिस को सूचना दे दी।
एसडीएम आशुतोष जैसवाल और सीओ अंजनी कुमार चतुर्वेदी ने पुलिस बल के साथ सतीश के पट्टे पर पहुंचकर कार्रवाई की। उन्होंने मौके पर दोनों पक्षों के 37 लोगों को पकड़ लिया और 33 ट्रैक्टर-ट्रालियों को सीज कर दिया। लेखपाल विजय प्रताप की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।
प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार ने बताया कि 37 लोगों का पुलिस ने कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। इससे पहले भी इलाके में अवैध खनन की घटनाएं हो चुकी हैं।
अवैध खनन वह खनन है जो बिना अनुमति या निर्धारित नियमों के विरुद्ध किया जाता है। इसमें खनन के लिए निर्धारित क्षेत्र, मात्रा और समय का उल्लंघन शामिल हो सकता है। अवैध खनन से पर्यावरण और स्थानीय समुदाय को नुकसान पहुंच सकता है।
अवैध खनन के कई प्रभाव हो सकते हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख प्रभाव हैं:
पर्यावरण को नुकसान
स्थानीय समुदाय को नुकसान
सरकारी राजस्व की हानि
अवैध गतिविधियों को बढ़ावा
बिजनौर में अवैध खनन का मामला सामने आने से यह स्पष्ट होता है कि अवैध खनन एक गंभीर समस्या है। प्रशासन और पुलिस को अवैध खनन के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए और सुनिश्चित करना चाहिए कि खनन निर्धारित नियमों के अनुसार किया जाए।