शारदा सिन्हा को बिहार कोकिला कहा जाता था। उनका जन्म 1932 में हुआ था। उन्हें पद्म श्री और संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
प्रधानमंत्री मोदी, राहुल गांधी और नीतीश कुमार सहित कई नेताओं ने शोक व्यक्त किया। उनका अंतिम संस्कार पटना में किया जाएगा।
पटना, [6-11-2024] – बिहार कोकिला के नाम से प्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा का 72 वर्ष की आयु में मल्टीपल मायलोमा से निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार पटना में किया जाएगा।
शारदा सिन्हा ने भोजपुरी, मैथिली और हिंदी लोक संगीत में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्हें बिहार की सांस्कृतिक राजदूत माना जाता था। प्रधानमंत्री मोदी, राहुल गांधी और नीतीश कुमार सहित कई नेताओं ने शोक व्यक्त किया।
शारदा सिन्हा का पार्थिव शरीर उनके आवास पर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घर पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
शारदा सिन्हा के निधन पर बिहार में शोक की लहर है। उनके चाहने वाले उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए उमड़ पड़े।
शारदा सिन्हा का जन्म 1932 में हुआ था। उन्होंने अपने संगीत करियर की शुरुआत 1940 के दशक में की। उन्होंने कई पुरस्कार जीते, जिनमें पद्म श्री और संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार शामिल हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, “शारदा सिन्हा जी के निधन से बिहार और देश की संगीत जगत में बड़ी क्षति हुई है।”
राहुल गांधी ने ट्वीट किया, “शारदा सिन्हा जी के निधन से हमने एक महान संगीतकार को खो दिया।”
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, “शारदा सिन्हा जी के निधन से बिहार की सांस्कृतिक धरोहर को बड़ा झटका लगा है।”