मणिपुर में हिंसा थमी है, लेकिन स्थिति अभी भी संतोषजनक नहीं है।
पिछले चार महीने में कोई मौत नहीं हुई है, लेकिन अब तक 260 लोगों की जान जा चुकी है और हजारों लोग विस्थापन का सामना कर चुके हैं। इस बीच, केंद्र सरकार शांति बहाली की कोशिश में जुटी है।
केंद्र सरकार और समुदायों के बीच महत्वपूर्ण बैठक
शनिवार को मैतेई और कुकी समुदाय के प्रतिनिधियों के साथ केंद्र सरकार के अधिकारियों ने एक महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक का उद्देश्य दोनों समुदायों के बीच विश्वास और शांति बहाली करना था। इस दौरान स्थिति को सामान्य बनाने पर चर्चा हुई।
बैठक में मैतेई और कुकी समुदायों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। मैतेई प्रतिनिधिमंडल में 6 सदस्य थे, जबकि कुकी प्रतिनिधिमंडल में 9 लोग शामिल थे। केंद्र सरकार के वार्ताकारों में खुफिया ब्यूरो के सेवानिवृत्त विशेष निदेशक एके मिश्रा भी मौजूद रहे।केंद्र सरकार ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने और दोनों समुदायों के बीच सामंजस्य स्थापित करने पर अधिक जोर दिया है। सरकार शांति बहाली का रोडमैप तैयार कर रही है। इस बीच, मणिपुर में स्थिति पर नजर रखी जा रही है और आगे की कार्रवाई के लिए योजना बनाई जा रही है।
मणिपुर में हिंसा की ताजा लहर में ड्रोन और रॉकेट हमलों सहित कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई है और 12 से अधिक घायल हो गए हैं। आदेशों में से एक में कहा गया है कि अब, जिले में विकसित हो रहे कानून और व्यवस्था की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं।
केंद्र सरकार ने मणिपुर में शांति बहाली के लिए कई कदम उठाए हैं। सरकार ने दोनों समुदायों के बीच विश्वास और सहयोग बढ़ाने के लिए कई पहल की हैं। सरकार का उद्देश्य मणिपुर में शांति और सामान्य स्थिति को बहाल करना है।
मणिपुर के लोगों को उम्मीद है कि केंद्र सरकार की पहल से राज्य में शांति और स्थिरता बहाल होगी। लोगों को उम्मीद है कि सरकार दोनों समुदायों के बीच के मतभेदों को दूर करने में मदद करेगी और राज्य में विकास को बढ़ावा देगी।