नई दिल्ली। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (नालसा) ने घोषणा की है कि सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस बीआर गवई और पांच अन्य न्यायाधीशों का एक प्रतिनिधिमंडल 22 मार्च को मणिपुर में राहत शिविरों का दौरा करेगा।
यह दौरा मणिपुर में जातीय हिंसा के कारण विस्थापित लोगों की स्थिति का जायजा लेने के लिए किया जा रहा है।
जस्टिस गवई, जो नालसा के कार्यकारी अध्यक्ष भी हैं, शीर्ष कोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस सूर्यकांत, विक्रम नाथ, एमएम सुंद्रेश, केवी विश्वनाथन और एन. कोटिस्वर सिंह के साथ मणिपुर हाई कोर्ट के द्विवार्षिक समारोह के अवसर पर राहत शिविरों का दौरा करेंगे।
नालसा ने कहा है कि यह दौरा विस्थापित लोगों को न्यायिक सहायता प्रदान करने के लिए किया जा रहा है। नालसा ने कहा है कि मणिपुर में जातीय हिंसा के कारण लगभग 50,000 लोग विस्थापित हो गए हैं और कई लोग राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं।
नालसा ने कहा है कि यह दौरा विस्थापित लोगों की स्थिति का जायजा लेने और उन्हें न्यायिक सहायता प्रदान करने के लिए किया जा रहा है। नालसा ने कहा है कि यह दौरा विस्थापित लोगों को न्यायिक सहायता प्रदान करने के लिए किया जा रहा है।